पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय डोंगरगढ़ के संबंध में मीडिया में प्रकाशित खबर तथ्यों पर आधारित नहीं

राजनांदगांव 20 सितम्बर 2025। पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय डोंगरगढ़ के संबंध में मीडिया में प्रकाशित खबर तथ्यों पर आधारित नहीं है। प्राचार्य पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय डोंगरगढ़ ने बताया कि विद्यालय परिसर में छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है। परिसर पूर्णत: सीसीटीवी निगरानी एवं शिक्षकगण की सतत देखरेख में संचालित है। साथ ही समय-समय पर परामर्श एवं पर्यवेक्षण किया जाता है। विद्यालय में किसी भी तरह की ऐसी कोई घटना घटित नहीं हुई है, जैसा समाचार में प्रकाशित किया गया है।

प्राचार्य पीएमश्री जवाहर नवोदय विद्यालय डोंगरगढ़ ने बताया कि विद्यालय में अध्ययनरत छात्र भावेश जैन अरावली (कनिष्ठ) सदन कक्षा 6वीं का छात्र है। 18 सितम्बर 2025 को सुबह 7 बजे 4-5 अन्य छात्र सदन में उपस्थित थे तथा शेष छात्र विद्यालय के लिए निकल चुके थे। उपस्थित छात्रों की प्रत्यक्ष सूचना के अनुसार छात्र भावेश जैन अपने पास रखी रस्सी को लेकर पंखे पर फेंकने लगा, उपस्थित छात्रों ने पूछा कि तुम क्या कर हो ? उसने कहा मैं फॉसी लगाना चाहता हूँ, ऐसा कह कर वह रस्सी अपने गले में स्वयं के हाथों से लपेट कर कसने लगा। उपस्थित छात्रों ने ऐसा करने से रोका इस पर वह उन्हें धक्का देकर भगाने लगा। उनमें से एक छात्र ने तत्काल इस घटना की सूचना हाऊस कैप्टन को देनी चाही, किन्तु कैप्टन को उपलब्ध नहीं पाकर सदन के एक अन्य छात्र ने दौड़कर पास में ही सदन अध्यक्ष श्री राजेश सावरकर को घटना के विषय में सूचना दी। सदन अध्यक्ष ने तत्काल केयर टेकर अशोक नाग को साथ में लेकर घटना स्थल पर जाकर छात्र जो अपने गले में रस्सी लपेटे हुए बिस्तर पर बैठे रो रहा था, उसे रस्सी से मुक्त किया एवं घटना की सूचना विद्यालय के प्राचार्य एवं छात्र के पालक को दी।

विद्यालय में परामर्शदात्री के रूप में श्रीमती मृदुला निगम का छात्र भावेश जैन के विषय में अभिमत है। छात्र को नेत्र संबंधी गंभीर बीमारी है। उसकी एक आंख नहीं है एवं दूसरी आंख में आंशिक दृष्टि है। छात्र के पालक द्वारा बताया गया है कि छात्र का ईलाज शंकर नेत्रालय चेन्नई में जारी है। छात्र शारीरिक रूप से सामान्य बच्चों की तरह सक्षम नहीं होने के कारण विद्यालय की गतिविधियों में भागीदारी नहीं कर पाता है। थकान व कमजोरी होने के कारण छात्र कक्षा के दौरान एवं विद्यालय के अन्य स्थानों पर सो जाता है। छात्र का स्वास्थ्य विद्यालय की आवासीय परिस्थितियों के अनुकूल नहीं है। उसे निरन्तर चिकित्सकीय देखभाल और घर परिवार का सहयोग अति आवश्यक है। विद्यालय प्रशासन सदैव छात्रों के हित एवं उनके समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। यदि किसी भी प्रकार की समस्या आती है, तो उसका निवारण तत्परता और संवेदनशीलता के साथ किया जाता है।

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